पहला बच्चा बलरामपुर में, बाकी दो अंबिकापुर में! मां बनी सूरजमणी की कहानी हैरान कर देगी
अंबिकापुर/बलरामपुर। सरगुजा क्षेत्र के एक छोटे से गांव देवीगंज की रहने वाली महिला सूरजमणी ने एक अनोखे और जटिल केस में तीन बच्चों को जन्म दिया है। खास बात यह रही कि इन तीनों बच्चों का जन्म दो अलग-अलग अस्पतालों में हुआ—पहला बच्चा बलरामपुर जिला अस्पताल में और बाकी दो बच्चों का जन्म 80 किलोमीटर दूर अंबिकापुर के संजीवनी अस्पताल में हुआ।
पहले बच्चे के बाद रेफर किया गया
पहले बच्चे का जन्म बलरामपुर में होने के बाद गंभीर चिकित्सकीय स्थिति को देखते हुए महिला को तत्काल अंबिकापुर रेफर किया गया। अंबिकापुर में डॉक्टर भावना गार्डिया और उनकी टीम ने समय पर कार्रवाई करते हुए जच्चा-बच्चा दोनों को सुरक्षित बचा लिया।
स्वास्थ्यकर्मियों की तत्परता ने बचाई जान
इस जटिल केस को सफलतापूर्वक संभालने के लिए बलरामपुर और अंबिकापुर दोनों ही अस्पतालों के डॉक्टर्स और स्टाफ की सराहना की जा रही है। सीमित संसाधनों के बावजूद डॉक्टरों की सूझबूझ और तत्परता ने इस चुनौती को एक मिसाल में बदल दिया।
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जच्चा-बच्चा सुरक्षित, परिवार गदगद
अब महिला और तीनों नवजात स्वस्थ हैं। परिवार ने डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को धन्यवाद देते हुए इसे एक अविस्मरणीय अनुभव बताया। क्षेत्रीय लोग भी इसे स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं की सफलता की कहानी मान रहे हैं।