बड़ी राहत: अब निजी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को भी मिलेंगी मुफ्त किताबें – 3 जुलाई से वितरण शुरू
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने इस शैक्षणिक सत्र में एक बड़ा फैसला लेते हुए सीजी बोर्ड से संबद्ध निजी स्कूलों में कक्षा 1 से 10वीं तक पढ़ने वाले विद्यार्थियों को नि:शुल्क पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। पहले यह सुविधा केवल सरकारी स्कूलों के लिए सीमित थी, लेकिन अब इसका दायरा बढ़ा दिया गया है, जिससे हजारों अभिभावकों को राहत मिलने वाली है।
80 लाख किताबें पहुंचीं गोदाम में
पाठ्यपुस्तक निगम के रतनपुर रोड स्थित गतौरी गोदाम में लगभग 80 लाख किताबों का भंडारण किया गया है। इसके जरिए संभाग के 1860 निजी स्कूलों को किताबें चरणबद्ध तरीके से वितरित की जा रही हैं।
3 जुलाई से बिलासपुर में वितरण शुरू
पुस्तक वितरण की प्रक्रिया 1 जुलाई से शुरू हो चुकी है, जो 10 जुलाई तक चलेगी। 3 से 5 जुलाई के बीच बिलासपुर जिले के 708 निजी स्कूलों को किताबें वितरित की जाएंगी।
जिलेवार वितरण शेड्यूल:
- 1 जुलाई: गौरेला-पेंड्रा-मरवाही – 100 स्कूल
- 2 जुलाई: मुंगेली – 298 स्कूल
- 3-5 जुलाई: बिलासपुर – 708 स्कूल
- 6 जुलाई: सक्ती – 307 स्कूल
- 7-8 जुलाई: जांजगीर-चांपा – 510 स्कूल
- 9-10 जुलाई: कोरबा – 357 स्कूल
सीबीएसई स्कूलों को नहीं मिलेगा लाभ
यह योजना सिर्फ सीजी बोर्ड से संबद्ध स्कूलों के लिए है। सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के स्कूल इस सुविधा से बाहर रहेंगे। ऐसे स्कूलों के छात्र-छात्राओं को अब भी निजी प्रकाशकों की किताबें खरीदनी होंगी।
डिपो में देरी पर हंगामा
1 जुलाई को वितरण के पहले ही दिन गतौरी डिपो में निजी स्कूल संचालकों ने पुस्तक वितरण में देरी को लेकर हंगामा किया। सुबह 8 बजे से पहुंचे संचालकों को दोपहर तक किताबें नहीं दी गईं, जिससे नाराज होकर उन्होंने डिपो प्रबंधन का घेराव किया।
रायगढ़: फर्जी बीमा पॉलिसी के नाम पर 5 लाख की ठगी, आरोपी रायपुर से गिरफ्तार
पाठ्यपुस्तक निगम की स्थिति स्पष्ट
डिपो प्रभारी शेखर सिंह ठाकुर ने बताया कि पुस्तकों का वितरण चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है और सभी निजी स्कूलों तक किताबें 10 जुलाई तक पहुंचा दी जाएंगी।