दिल्ली. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल 177 दिन बाद तिहाड़ जेल से बाहर आ गए हैं। शराब घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद केजरीवाल जेल से बाहर आए हैं। 5 सिंतबर को फैसला सुरक्षित रखने के बाद जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्वल भुइयां ने शुक्रवार को सर्वसम्मति से फैसला सुना दिया। बेल मिलने के बाद कोर्ट का ऑर्डर जैसे ही तिहाड़ जेल पहुंचा तो, सीएम केजरीवाल को (Kejriwal Tihar Jail Release) तिहाड़ से रिहा कर दिया जाएगा। आम आदमी पार्टी के नेता उन्हें रिसीव करने के लिए जेल के बाहर मौजूद रहे। केजरीवाल की पत्नी सुनीता भी तिहाड़ के बाहर मौजूद रहीं। दिल्ली के सीएम को हालांकि बेल शर्तों के साथ मिली है जिसमें सरकारी फाइलों पर साइन और दफ्तर न जाना शामिल है। आप ने इसे सत्य की जीत बताया तो बीजेपी उनसे कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए सीएम पद से इस्तीफा मांग रही है।
दिल्ली की तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद CM अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘मैंने जिंदगी में बहुत संघर्ष किया है। बहुत बड़े-बड़े संघर्ष किए, जिंदगी में बहुत मुसीबतें झेली हैं लेकिन हर कदम पर भगवान ने मेरा साथ दिया। ऊपर वाले ने मेरा साथ दिया क्योंकि मैं सच्चा था, मैं सही था… इन लोगों ने मुझे जेल में डाल दिया। इन लोगों को लगा कि केजरीवाल को जेल में डाल देंगे तो केजरीवाल के हौसले टूट जाएंगे। आज मैं आपको कहना चाहता हूं कि मैं जेल से बाहर आया हूं, मेरे हौसले 100 गुना ज्यादा बढ़ गए हैं, मेरी ताकत 100 गुना ज्यादा बढ़ गई है। इनकी जेल की सलाखें केजरीवाल के हौसले को कम नहीं कर सकतीं। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि जैसे आज तक ऊपर वाले ने मुझे रास्ता दिखाया, मुझे ताकत दी, ऐसे ही मुझे रास्ता दिखाता रहे, मैं देश की सेवा करता रहूं और ये जितनी भी राष्ट्र विरोधी ताकतें हैं…जो देश को बांटने का काम कर रही हैं, देश को अंदर से कमजोर करने का काम कर रही हैं, जिंदगी भर मैं इनके खिलाफ लड़ा हूं और ऐसे ही लड़ता रहूंगा।’