भरत जैसा चलाऊंगी सरकार
- वहीं, इसपर आतिशी ने कहा कि वह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अनुपस्थिति में अस्थायी रूप से इस पद को संभाल रही हैं. उन्होंने कहा, “जैसे भगवान राम के वनवास के दौरान भरत ने उनके खड़ाऊं रखकर अयोध्या का शासन संभाला था, वैसे ही मैं दिल्ली की मुख्यमंत्री की कुर्सी को संभालूंगी. चार महीने बाद केजरीवाल जी इस कुर्सी पर फिर से लौटेंगे. तबतक ये कुर्सी यहीं रहेगी और उनका इंतजार करेगी.”
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सीएम पद की कमान संभाल ली है. सीएम आतिशी आज पहली बार दिल्ली सचिवालय पहुंची, लेकिन वो दिल्ली के पूर्व सीएम और पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की कुर्सी पर नहीं बैठीं. सीएम आतिशी सचिवालय अपनी एक कुर्सी लेकर पहुंची. उन्होंने कहा, जब तक केजरीवाल फिर से चुनाव जीत कर सीएम नहीं बन जाते तब तक सीएम की कुर्सी यहीं रहेगी.
“बीजेपी ने केजरीवाल पर आरोप लगाए”
सीएम आतिशी ने कहा, अरविंद केजरीवाल ने ईमानदारी की एक मिसाल कायम की है. पिछले 2 साल से बीजेपी ने केजरीवाल की इमेज को खराब करने की हर मुमकिन कोशिश की है. उन पर झूठे आरोप लगाए, उन्हें पूरे 6 महीने के लिए जेल भेज दिया.
अरविंद केजरीवाल ने कहा, जब तक दिल्ली की जनता उनको ईमानदार नहीं मान लेती वो सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे. इसी के चलते उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया. दिल्ली के मुख्यमंत्री की कुर्सी अरविंद केजरीवाल की है. मुझे उम्मीद है कि दिल्ली की जनता सीएम केजरीवाल को एक बार फिर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाएगी.
आतिशी ने कहा भरत जैसा चलाऊंगी सरकार
मैंने दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला है। आज मेरा दर्द वही है जो भरत का था जब भगवान राम को 14 वर्ष का वनवास हुआ था और भरत को राजसत्ता संभालनी पड़ी थी। जैसे भरत ने 14 साल तक भगवान राम की पादुकाएं संभालकर रखीं और कार्यभार संभाला, वैसे ही अगले चार महीने तक मैं दिल्ली की सरकार चलाऊंगा…अरविंद केजरीवाल ने मर्यादा और नैतिकता की मिसाल कायम की है। पिछले दो साल से बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल की छवि खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. उन पर झूठे मुकदमे डाले गए, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और छह महीने के लिए जेल में डाल दिया गया…अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि जब तक दिल्ली की जनता उनकी ईमानदारी पर भरोसा नहीं जताती, तब तक वह सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे. इसलिए उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया. दिल्ली के मुख्यमंत्री की कुर्सी अरविंद केजरीवाल की है. मुझे उम्मीद है कि दिल्ली की जनता उन्हें फिर से दिल्ली का मुख्यमंत्री चुनेगी। तब तक कुर्सी इसी दफ्तर में रहेगी और अरविंद केजरीवाल का इंतजार करेगी.”